Manipur News in Hindi: क्या नीतीश कुमार का मन फिर डोल रहा है? बुधवार दोपहर मणिपुर से आई खबर ने हैरान कर दिया. कहा गया कि जनता दल (यूनाइटेड) ने बीजेपी नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. मणिपुर की जेडीयू इकाई के प्रमुख क्षेत्रीमयुम बीरेन सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र भी लिख दिया. हालांकि, बाद में पार्टी ने सिंह को अनुशासनहीनता के लिए पद से हटा दिया. पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जदयू राज्य सरकार का समर्थन करती रहेगी.
जदयू की समर्थन वापसी का एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ना था. लेकिन, यह बीजेपी के लिए कान खड़े करने वाला घटनाक्रम होता क्योंकि जेडीयू, बिहार और केंद्र में उसकी प्रमुख सहयोगी है. जदयू ने 2022 के विधानसभा चुनाव में छह सीटें जीती थीं मगर नतीजे आने के बाद उसके पांच विधायक पाला बदलकर बीजेपी में चले गए थे.
मणिपुर में बीजेपी नीत NDA को लगा यह दूसरा झटका है. कुछ महीने पहले, मेघालय में सत्ता पर काबिज कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भी बीरेन सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
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मणिपुर का सियासी गणित
राज्य में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है. 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में बीजेपी के 37 विधायक हैं. उसे नागा पीपुल्स फ्रंट के पांच विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी हासिल है.
नीतीश के मन में क्या?
मणिपुर में बीजेपी का साथ छोड़कर नीतीश क्या संदेश देना चाहते हैं? वह लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले तक विपक्ष के INDIA ब्लॉक के सूत्रधार थे. फिर अचानक उनका हृदय परिवर्तन हुआ और जदयू ने बिहार से लेकर केंद्र तक, बीजेपी का साथ देने का फैसला किया. यह दूसरी बार था जब नीतीश ने महागठबंधन छोड़ बीजेपी से हाथ मिलाया. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से बिहार में बीजेपी और जदयू नेताओं के बीच दूरियां देखी जा रही हैं.
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